समाज एवं संस्कृति अध्ययन केंद्र राजस्थान

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हल्दीघाटी युद्ध: किसकी हुई थी जीत?

हल्दीघाटी युद्ध, 18 जून 1576 को महाराणा प्रताप और अकबर की मुगल सेना के बीच लड़ा गया एक ऐतिहासिक युद्ध था, जो आज भी इतिहासकारों और देशवासियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। यह युद्ध सिर्फ तलवारों की भिड़ंत नहीं था, बल्कि स्वाभिमान, रणनीति और आत्मबल की असाधारण मिसाल था। परंतु आज भी एक सवाल लोगों के मन में बना रहता है, आखिर हल्दीघाटी युद्ध में जीत किसकी हुई थी?

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सीमाओं से लेकर बाज़ार तक: चीन के प्रॉपगेंडा और आर्थिक जाल में फंसी भारतीय चेतना

इसी बौखलाहट का एक और संकेत 14 मई को तब मिला जब चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश के कई स्थानों के नाम बदलकर उन्हें ‘दक्षिण तिब्बत’ का हिस्सा घोषित कर दिया.

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सांस्कृतिक मार्क्सवाद

सांस्कृतिक मार्क्सवाद एक ऐसी चुनौती है, जो भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक, और पारिवारिक संरचनाओं को कमजोर कर रही है। इसे रोकने के लिए आवश्यक है कि भारतीय समाज सांस्कृतिक मार्क्सवाद के षड्यंत्रों को समझे।

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कितना विश्वसनीय है ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI)!

दुनिया में भारत अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। देश की आवश्यकता से अधिक यहाँ अन्न उत्पादन होता है। इसके पास व्यापक खाद्य आपूर्ति प्रणाली, मजबूत सरकारी नीतियाँ और वंचितों के लिए मुफ्त खाद्यान्न योजनाएं एवं वितरण प्रणाली है।
पिछले 10 वर्षों में भारत की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से भी ज़्यादा हो गई है।

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संवर्धिनी- महिला विषयक भारतीय दृष्टिकोण

भारतीय जीवन दृष्टि मानव जीवन के बारे में है। मानव यानि मनुष्य, जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों समाहित हैं। हमारे शास्त्रों में जो भी कहा गया है, वह मनुष्य मात्र के लिए कहा गया है, स्त्री और पुरुष को अलग देखना भारत की दृष्टि नहीं। हमारे यहॉं शिव और शक्ति एक हैं, दोनों मिलकर अर्द्धनारीश्वर बनते हैं।

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सुशासन की प्रतिमूर्ति, पुण्यश्लोका, लोकमाता अहिल्याबाई

महारानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन भारतीय इतिहास में महिला नेतृत्व , समर्पण और जनसेवा का अनुपम उदाहरण है। वे न केवल इंदौर राज्य की रानी थीं, बल्कि भारतीय नारी शक्ति और आदर्श नेतृत्व की प्रतीक भी थीं।

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